“दूसरों से नहीं, खुद से रखें अपेक्षाएं “, Spirit of Life in Dainik Jagran

“दूसरों से नहीं, खुद से रखें अपेक्षाएं “, Spirit of Life in Dainik Jagran

हमारी अपेक्षाएं ही हमारी चिंताओं और समस्याओं का कारण है, तो क्या भाई-बहनों या माता-पिता से कुछ उम्मीद नहीं रखनी चाहिए?

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