Sadhvi Bhagawatiji at the International Conference on Cohesive Societies in Singapore

Sep 08 2022

Sadhvi Bhagawatiji at the International Conference on Cohesive Societies in Singapore

Pujya Sadhvi Bhagawati Saraswati traveled to Singapore as Co-President of Religions for Peace International to share her inspiring insights into How Faith Can Bridge Divides at the International Conference on Cohesive Societies, inaugurated by the President of Singapore, Ms. Halimah Yacob. Organized by the Ministry of Culture, Communities and Youth, Government of Singapore and the S Rajaratnam School of International Studies the three-day conference – operating on the theme “Confident Identities, Connected Communities” – aimed to bring together over 800 policy makers, academics, civil society and religious leaders to build a harmonious, peaceful, cohesive society.

Sadhviji joined Lord John Alderdice, the first Speaker of the Irish Assembly; Imam Uzair Akbar, President of the Council of Imams, Australia; and the Venerable You Guang, Secretary General of the Singapore Buddhist Association, in addition to leaders from the United Nations, KAICIID عربي and other global organizations.

Singapore’s President, Halimah Yacoub, shared: “Society cannot survive without the social magnet that binds the masses together. We need to work in one direction and together for national stability. We have to unite to face the challenges and threats facing the country and the world because the creation of a united society cannot happen automatically. For that we all have to move forward in solidarity.

Sadhvi Bhagwati Saraswati ji said: “Religion connects us with God. Religion connects us with truth and self. And religion connects us with our communities and connects us with each other. Religion connects us to a religious way of life and culture, but the sad thing is that at times our connection, our energy gets disconnected. This leads us to division, injustice and polarization. That is why it is so important for religious leaders to come together for a specific campaign to build a powerful and influential world together. This will remove the boundaries between us and make it possible to build a harmonious, sustainable and secure future.

डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने सिंगापुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित वक्ता के रूप में किया सहभाग

संस्कृति, समुदाय और युवा मंत्रालय, सिंगापुर सरकार और एस राजारत्नम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने भारत का किया प्रतिनिधित्व

शान्तिपूर्ण व एकजुट समाज के निर्माण पर हुई चर्चा

ऋषिकेश, 8 सितम्बर। डा साध्वी भगवती सरस्वती जी, अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव, ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस, परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश और सह-अध्यक्ष, रिलिजन्स फॉर पीस ने सिंगापुर में आयोजित ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में एक सम्मानित वक्ता के रूप में सहभाग कर भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा इस सम्मेलन की शुरुआत सिंगापुर की राष्ट्रपति सुश्री हलीमा याकूब ने की।

डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने शान्तिपूर्ण व एकजुट समाज का निर्माण करने और ध्रुवीकरण और हिंसा को समाप्त करने हेतु धर्मगुरूओं और धार्मिक समुदायों की महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में विस्तृत प्रकाश डाला।

सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने कहा कि समाज सामाजिक चुम्बक या गोंद के बिना जीवित नहीं रह सकता क्योंकि यह जनसमुदाय को एक साथ बांधता है इसलिये हमें राष्ट्रीय स्थिरता के लिये एक दिशा में और एक साथ काम करने की जरूरत है। हमें देश के सामने आने वाली चुनौतियों और खतरों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा। एकजुट समाज का निर्माण स्वचालित रूप से नहीं हो सकता उसके लिये हम सभी को एकजुटता से आगे बढ़ना होगा।

साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि धर्म हमें ईश्वर से जोड़ता है, धर्म हमें सत्य से और स्व से जोड़ता है साथ ही धर्म हमें हमारे समुदायों से जोड़ता है और एक दूसरे से जोड़ता है। धर्म हमें एक धार्मिक जीवन पद्धति और संस्कृति से जोड़ता है परन्तु दुख की बात यह है कि कई बार हमारा संबंध, (कनेक्शन) हमारी ऊर्जा डिस्कनेक्ट हो जाती है जो हमें विभाजन, अन्याय और ध्रुवीकरण की ओर ले जाती है।

साध्वी जी ने साझा किया ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस, पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी जिसके सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं वे स्वच्छ जल, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, लैंगिक समानता और जलवायु परिवर्तन आदि अनेक सेवा कार्यों के लिये विश्व के सभी धर्मगुरूओं और धार्मिक संगठनों को एक मंच प्रदान करते हंै ताकि एक सतत, सुरक्षित और समुन्नत दुनिया का निर्माण किया जा सके। विभिन्न धर्मों के धर्मगुरूओं का एक विशिष्ट अभियान के लिये साथ आना और मिलकर एक शक्तिशाली और प्रभावशाली दुनिया का निर्माण करना अत्यंत आवश्यक है इससे हमारे बीच की सीमायें समाप्त होगी एवं सद्भाव युक्त, सतत सुरक्षित भविष्य का निर्माण सम्भव हो पायेगा।

इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन संस्कृति, समुदाय और युवा मंत्रालय, सिंगापुर सरकार और एस राजारत्नम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया। ‘‘कॉन्फिडेंट आइडेंटिटीज, कनेक्टेड कम्युनिटीज’’ विषय पर आधारित इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों, नागरिक समाज और धर्मगुरूओें को एक साथ लाना है ताकि सद्भाव, शांतिपूर्ण, एकजुट समाज का निर्माण किया जा सके।

इस पैनल में लॉर्ड जॉन एल्डरडिस, आयरलैंड विधानसभा के पहले अध्यक्ष, इमाम उजैर अकबर, इमामों की परिषद के अध्यक्ष, ऑस्ट्रेलिया और आदरणीय शि यू गुआंग, महासचिव, सिंगापुर बौद्ध संघ, सम्मेलन में अन्य वक्ताओं में सिंगापुर के उप प्रधान मंत्री, लॉरेंस वोंग, सिंगापुर के संस्कृति, समुदाय और युवा सरकार के मंत्री एडविन टोंग, संयुक्त राष्ट्र के नेता और कई अन्य महान विभूतियों ने सहभाग किया। इस सम्मेलन में 800 से अधिक प्रतिभागियों ने सहभाग किया तथा ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से दुनिया के अनेक देशों के प्रतिभागी भी इस सम्मेलन से जुड़े रहे।

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