
Sadhviji Addresses Students at “Inspire” Program at Doon International School, Dehradun
We are so happy and proud to see our GIWA’s Secretary General Dr. Sadhvi Bhagwati Saraswatiji of Parmarth Niketan ashram, in the “Inspire” program organized by the renowned newspaper ‘The Times of India’. This event happened at Doon International School, Dehradun where she addressed the students and said that three ‘C’ – Connection, Courage and Creativity are very important for the youth to handle real life problems like water, environment, global warming and climate change.
Students eagerly listened when she shared that Spirituality and Positivity are need of the hour. Along with her, Life and Career Coach Mr. Catalyst Viraj encouraged the students to discover themselves.
More than eight hundred students from different schools of Dehradun participated in this beautiful Inspire program. We will continue to work along with Pujya Sadhviji to empower the youth by providing them skills and motivating them to achieve their goals.
परमार्थ निकेतन की डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने दून इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून में द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित ’’इन्सपायर’’ कार्यक्रम में सहभाग कर विद्यार्थियों को सम्बोधित किया।
डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के लिये तीन ’सी – कनेक्शन, करेज और क्रियेटीविटी अत्यंत आवश्यक है हमें अपनी आत्मा, परमात्मा, अपनी संस्कृति, संस्कार, विरासत, मूल और मूल्यों से कनेक्टेड होना चाहिये और फिर उस कनेक्शन से करेज होना चाहिये। करेज इसलिये जरूरी है क्योंकि जब आप समस्याओं का सामना करेंगे जैसे वर्तमान समय में जल, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिग, क्लाइमेंट चेंज जैसी अनेक समस्यायें हम सभी के सामने है इनका सामना करने के लिये हमें करेज चाहिये क्योंकि करेज से ही क्रियेटिविटी आती है। अगर हमारे अन्दर करेज है तो जिन समस्याओं का हम सामना कर रहे हैं उनके समाधान के लिये हम क्रियेटिव होंगे। जीवन में क्रियेटिव और इनोवेटिव होना बहुत जरूरी है क्योंकि इनोवेशन से ही इन्सप्रेशन आता है।
साध्वी जी ने कहा कि जब मैं अमेरिका से भारत आयी थी तब पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने मुझे एक जीवन मंत्र दिया था वही जीवन मंत्र आज मैं आप सभी को दे रही हूँ कि अपने आप को धर्म के अनुरूप चलते हुये व्यस्त रखो तथा सभी को अपने अनुरूप मानो।
जीवन में आध्यात्मिकता जरूरी है क्योंकि आध्यात्मिक मार्ग पर चलते हुये हम अपने जीवन के सभी पहलुओं को बेहतर रूप से जान सकते हैं, समझ सकते हैं और जी सकते हैं। आध्यात्मिकता के साथ जीवन में आगे बढ़ते हुये सकारात्मकता को बढ़ाया जा सकता है। अपने उद्बोधन के पश्चात साध्वी जी ने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
साध्वी जी ने कहा कि युवाओं के जीवन में सुधार करने से उनका जीवन स्तर तो उन्नत होगा ही साथ ही स्वस्थ और शिक्षित युवाओं के निर्माण से ही भावी भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है। साध्वी जी ने कहा कि युवाओं का सशक्तीकरण भारत के लिये एक वरदान बन सकता है।
लाइफ और कैरियर कोच श्री कैटेलिस्ट विराज ने विद्यार्थियों को स्वयं की खोज के विषय में प्रोत्साहित किया।
इंस्पायर कार्यक्रम में देहरादून के विभिन्न विद्यालयों के आठ सौ से अधिक विद्यार्थियों ने सहभाग कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया।