Sadhviji Participates in G-20 Interfaith Forum 2023

May 09 2023

Sadhviji Participates in G-20 Interfaith Forum 2023

Our Secretary General Dr. Pujya Sadhvi Bhagawati Saraswati ji joined internationally renowned faith leaders for a special summit called Inter Faith 20: “Partnerships in Action: Towards One Earth, One Family, One Future” (@if20_org) in New Delhi. Since its first gathering in Australia in 2014, the G20 Interfaith Forum was conducted every year and this year it is in India. This forum focuses on the environment , sustainable development goals, women , families , children , humanitarian aid , health , education , freedom of religion or belief, human rights and many others.

Sadhviji was one of the keynote speakers in the main plenary session entitled “The 4 C’s: COVID, Climate, Conflicts, Children.” Additionally, she moderated two additional sessions on 1) the “Vulnerable Communities: Leaving No One Behind” and 2) “The Climate Challenge” which happened yesterday.

After sharing GIWA’s work, she said that India lives according to the divine principles of Vasudhaiva Kutumbakam and ‘Sarve Bhavantu Sukhinah’ and she added that we should not only pay attention to the global problems but also bring ourselves forward to solve those problems.


डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने जी-20 इंटरफेथ फोरम, 2023 में किया सहभाग

परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती जी ने जी-20 इंटरफेथ फोरम, 2023 में सहभाग कर 4 सी – कोविड, क्लाइमेट, कॉन्फ्लिक्ट्स, चिल्ड्रन विषय पर अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुये ‘वल्नरेबल कम्युनिटीज’ ’लीविंग नो वन बिहाइंड’ और ’द क्लाइमेट चैंलेंज’ आदि विषय पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। साध्वी जी ने दो दिवसीय इंटरफेथ फोरम में दो सत्रों को माडरेट किया।

जी-20 इंटरफेथ फोरम एसोसिएशन, इंटरफेथ एलायंस और बहाई अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने जी 20 शिखर सम्मेलन से पहले इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया। फोरम में दुनिया के सबसे कमजोर समुदायों की समस्याओं पर तत्काल ध्यान केंद्रित करने हेतु विशेष चर्चा की।

इस फोरम में धर्मगुरूओं और विशेषज्ञों ने दुनिया भर के देशों और समुदायों के सामने आने वाले मुद्दों और समस्याओं को कैसे धार्मिक आयाम द्वारा हल कर सकते हैं इस पर विस्तृत चर्चा की। धर्मगुरूओं ने कहा कि धार्मिक आयाम ही एक समाधान है; एक कुंजी हैं। इस फोरम में धर्मगुरूओं और विशेषज्ञों के विचारों को लेकर जी-20 कार्यक्रम को कैसे और बेहतर बनाया जा सकता है इस हेतु आयोजित की गयी थी। जी-20 इंटरफेथ फोरम विगत कई वर्षो से जिस भी राष्ट्र में जी-20 का आयोजन होता है वहां पर फोरम का आयोजन करती है।

डा साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम् और सर्वे भवन्तु सुखिनः के दिव्य सूत्रों के अनुसार जीता है और यही संदेश प्रसारित करता है कि हम सब एक हैं, एक परिवार हैं। वसुधा अर्थात् पृथ्वी, धरती माता की हम सब संतानें है, पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव धरती माता की ही संतानें है इसलिये हम सब न केवल मनुष्य बल्कि सभी छोटे से छोटे और बड़े से बड़े जीव एक ही माता अर्थात धरती माता की संतानें है।

साध्वी जी ने कहा कि हमें न केवल वैश्विक समस्याओं पर ध्यान देना होगा बल्कि स्वयं को उन समस्याओं के समाधान के लिये आगे लाना होगा यही शिक्षा भारतीय संस्कृति हमें देती है। उन्होंने कहा कि तकनीक हमें बांधती है लेकिन धर्म हमें दिशा देता है।

साध्वी जी ने कहा कि जी-20 एक साथ आकर वैश्विक विकास और अर्थव्यवस्था की बात करते हंै परन्तु धर्म और धार्मिक संस्थायें एक साथ आकर सतत, सुरक्षित और शान्तिपूर्ण विकास की बात करते हंै। धार्मिक संस्थायें अपने हैंड्स, हार्ट और होम को ओपन कर पूरे विश्व के लिये कार्य करती हैं।

इस दो दिवसीय फोरम में डा साध्वी भगवती सरस्वती जी, अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस, श्री हर्षवर्धन श्रृंगला, भारत जी-20, 2023 की अध्यक्षता हेतु मुख्य समन्वयक, रब्बी डेविड सपेरस्टीन, पूर्व अमेरिकी राजदूत, ख्वाजा इफ्तिखार अहमद, संस्थापक अध्यक्ष इंटरफेथ हार्मनी फाउंडेशन आफ इन्डिया (विडियों संदेश), अज्जा करम, सेके्रटरी जनरल रिलिजन फाॅर पीस, एडम फिलिप्स, कार्यकारी निदेशक स्थानीय, विश्वास और परिवर्तनकारी भागीदारी हब, यूएसएआईडी, डॉ. कैथरीन मार्शल, वाइस प्रेसिडेंट जी-20 इंटरफेथ फोरम, रब्बी डाइना गर्सन, एसोसिएट कार्यकारी उपाध्यक्ष न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ रब्बिस (एनवाईबीआर), सफाक पावेय, सीनियर एडवाइजर, यूएनएचसीआरआरइवी, प्रोफेसर डब्ल्यू कोल डरहम जूनियर, प्रेसिडेंट जी 20 इंटरफेथ फोरम एसोसिएशन, बानी दुग्गल, प्रेसिंपल रिप्रजेन्टेटिव आफ द बाहा इंटरनेशनल कम्यूनीटि टू द यूएन, दाना हुमैद प्रेसिडेंट इन्टरफेथ एलायंस फार सेफर कम्यूनीटिज़ और कई अन्य प्रभावशाली व्यक्तित्वों, धर्मगुरूओं, वरिष्ठ विशेषज्ञों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों, भारत और विदेशों के शिक्षाविदों और नागरिक समाज के सदस्यों ने सहभाग कर चिंतन-मंथन किया।

जी-20 इंटरफेथ फोरम एक वार्षिक मंच प्रदान करता है जहां धार्मिक रूप से जुड़े संस्थानों और पहलों का एक नेटवर्क है जिसका वैश्विक एजेंडा – मुख्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों या एसडीजी सहित अन्य विषयों पर चर्चा करना है।

जी-20 इंटरफेथ फोरम उन महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर आधारित है जो धार्मिक संस्थाएं और मान्यताओं के आधार पर संस्थानों, विचारों और मूल्यों की उनकी समृद्ध विविधता को दर्शाती हैं। इनमें इंटरफेथ और इंटरकल्चरल संगठन, धर्मगुरू, विद्वान, विकासात्मक मानवतावादी संस्थाएं, व्यवसाय जगत और नागरिक समाज के विशिष्ट लोग शामिल हैं।

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